एक बार दुनिया के सारे पक्षी इकठा हुए वे एक महत्वपूर्ण मंत्रणा करना चाहते थे तोता बत्तख कोयल उल्लू और बगुले और भी तरह – तरह के पक्षी इकठा हुए पक्षियों ने कहा गरुण हमारा राजा है पर वह सारा समय विष्णु भगवान की सेवा में लगा रहता है और हमारे लिए कुछ भी नहीं करता
ऐसे राजा का क्या लाभ वह शिकारियों के बिछाए जाल से कभी हमारी रक्षा नहीं करता इसलिए हमें नए राजा का चुनाव समझदारी से करना चाहिए सब पक्षी अपनी नजर चारों ओर घुमा कर देखने लगे कि राजा किसे बनाए जाए उन्हें उल्लू बहुत प्रभावशाली लगा उसका बड़ा सर बड़ी – बड़ी गोल-गोल आंखें और बड़े विशाल पंख से सभी पक्षी चिल्लाए उल्लू ही हमारा राजा बनने के लायक है
हमें जल्दी से इसे अपना राजा बना देना चाहिए वे पवित्र नदियों से जल भर कर ले आए और एक सिंघासन को सजाने लगे फिर उन्होंने तरह-तरह के ढोल और शंख बजाए पर जब वे उल्लू को सिंहासन की ओर ले जाने लगे तभी वहां एक कौवा आया और बोला यह सब क्या हो रहा है
सब पक्षी यहां क्यों इकट्ठा हुए हैं मित्र क्योंकि हमारा कोई राजा नहीं है इसलिए हमने इस उल्लू को अपना राजा चुना है और इसको ताज पहना रहे हैं तुम सही समय पर अपनी राय देने आए हो कौवा ने मुस्कुराते हुए कहा मैं उल्लू के राजा बनने से बिल्कुल खिलाफ हूं
यह बदसूरत और रात को देख सकने वाला पक्षी है हमारे पास और सुंदर सुंदर पक्षी है जैसे मोर, बत्तख, कोयल, कबूतर आदि फिर हम इसे राजा क्यों बनाएं इसकी नाक और आंख टेढ़ी है जैसे कि गुस्से में बैठा हो जब यह गुस्से में होगा तब और भी भयानक लगेगा ऐसे बदसूरत और भयानक लगने वाले राजा से हमें क्या लाभ होगा ?
जब पक्षियों ने कौवे की आवाज सुनी तो वह सब एक दूसरे की ओर देखने लगे हैं शायद कौवा ठीक कहता है चलो आज उल्लू को राजा बनाने की बात टाल देते हैं हम सब फिर कभी इकट्ठा होकर कोई दूसरा राजा चुनेंगे तब सब पक्षी उड़ कर चले गए वहां पर सिर्फ कौवा उल्लू और उसकी पत्नी रह गए
उल्लू अभी भी राजा बनने का इंतजार कर रहा था वह अपनी पत्नी से बोला अब यह क्या हो रहा है अभी तक मुझे ताज पहनाने की रस्म शुरू क्यों नहीं हुई उल्लू की पत्नी ने उत्तर दिया बदमाश कौए ने तुम्हारे राजा बनने की राह में रोड़ा अटका दिया है सभी पक्षी उड़ कर वापस चले गए हैं केवल यह कौवा ही ना जाने क्यों यहां पर बैठा है
जब उल्लू ने यह सुना तब वह बहुत निराश और दुखी हुआ वह कौवे से गुस्से में बोला अरे शैतान कौवे मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था जो तुमने मेरा राजा बनना रुकवा दिया आज से तुम में और मुझ में हमेशा दुश्मनी रहेगी सारे कौवे उल्लू के दुश्मन रहेंगे यह कहकर उल्लू अपनी पत्नी के साथ घर वापस आ गया जब वे चले गए तब कौवे ने सोचा मैंने बेवकूफी करके उसे बेवजह लड़ाई मोल ली मैंने उल्लू को सारे कौवो का दुश्मन बना दिया
क्या अच्छा होता यदि मैं चुप ही रहा होता और अपनी राय अपने पास ही रखता मैंने बिना बात उन लोगों को कौवो का दुश्मन बना दिया